संवाददाता - प्रदीप शर्मा मेरठ
रेंज के 15 हजार पुलिसकर्मी करेंगे कांवड़ यात्रा की सुरक्षा,मेरठ डीआईजी बोले जमीन से आकाश तक रखी जाएगी पैनी नजर, यात्रा को लेकर मजबूत प्लान तैयार।
सावन महीने में होने वाली कांवड़ यात्रा पर पुलिस की पैनी नजर रहेगी। जमीन से आकाश तक हर तरफ सुरक्षा घेरा रहेगा। ताकि कांवड़ यात्रा पूरी सुरक्षा और शांति के साथ संपन्न हो सके।पुलिस ने सुरक्षा का पूरा खाका तैयार कर लिया है।15हजार पुलिसकर्मी कांवड़ यात्रा में चप्पे-चप्पे पर तैनात रहेंगे। मेरठ रेंज के डीआईजी कलानिधि नैथानी ने कांवड़ यात्रा में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर प्लान तैयार किया। सभी जिलों में आवश्यक दिशा निर्देश दिए हैं।
आपको बता दें कांवड़ यात्रा के लिए पूरे रेंज को 57 जोन व 155 सेक्टर मे बांटा गया है। रेंज में बुलंदशहर, मेरठ, बागपत हापुड़ चारों जिलों में 540 किमी लंबा कांवड़ मार्ग है। इस पर 10 टोल हैं जहां 119 जगहों पर बैरियर लगाए जाएंगे। मेरठ में 25, बुलन्दशहर में 25, बागपत में 51 एवं हापुड़ में 18 जगहों पर बैरियर लगेंगे।
जहां रेंज में 19 अपर पुलिस अधीक्षक, 54 सीओ, 265 निरीक्षक, 1823 उ0नि0, 2574 मु0आ0, 2860 आरक्षी, 1166 महिला पुलिस अधिकारी/कर्मचारी तथा यातायात पुलिस के 12 निरीक्षक, 117 उपनिरीक्षक, 175 मुख्य आरक्षी व 394 आरक्षी एवं पीएसी की 20 कम्पनी, सीएपीएफ-05 कम्पनी ड्यूटी देंगे। ड्रोन से भी पूरी यात्रा पर नजर रखी जाएगी। वॉच टावर भी बनाए जाएंगे। साथ ही सादे कपड़ों में भी पुलिसकर्मी कांवड़ियों के बीच चलेंगे। इसमें महिला पुलिसकर्मी भी शामिल रहेंगी।
वही कांवड़ियो के ठहरने के लिए कांवड़ मार्ग पर 838 शिविर होगें, जिसमें मेरठ मे 464, बुलन्दशहर में 176, बागपत में 90 एवं हापुड़ में 108 शिविर लगेंगे। पूरे रूट पर 184 मिश्रित आबादी क्षेत्र हैं। जहां विशेष तौर पर नजर रखी जाएगी। मेरठ में 64, बुलन्दशहर में 59, हापुड में 52 एवं बागपत में 09 क्षेत्र हैं।
बागपत के पुरा महादेव मंदिर में पूरे सावन में लगभग 20 लाख, बाबा औघड़नाथ मंदिर मेरठ में 04 लाख, ब्रजघाट हापुड में 04 लाख, अम्बकेश्वर महादेव मन्दिर अहार बुलन्दशहर में 70 हजार और सबली मंदिर हापुड़ में करीब 50 हजार श्रद्धालुओं का आना सम्भावित है। सभी मंदिरों में सीसीटीवी कैमरे से नजर रखी जाएगी।
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कांवड़ यात्रा में इन पर रहेगी नजर,
मंदिरों में बाहर से लेकर अंदर गर्भगृह तक पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे।
कांवड़ रूट, प्रमुख मंदिरों में सीसीटीवी से नजर रखी जाएगी।
पूरी सुरक्षा व्यवस्था को देखने के लिए कंट्रोल रूम रहेंगे।
कंट्रोल रुम द्वारा मार्गों व मन्दिरों पर लगे सीसीटीवी कैमरों की मॉनिटरिंग की जायेगी।
पूरे रूट पर ड्रोन कैमरे लगाए जाएंगे।
सुरक्षा के लिए पीए सिस्टम, एएस चैक टीम, बीडीएस टीम, इंटेलीजेन्स को सक्रिय किया गया है।
साथ ही आपात स्थिति मे तत्काल बचाव कार्य हेतु बाढ़ राहत SDRF/NDRF व स्थानीय गोताखोर को सक्रिय किया गया है।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर निगरानी की जा रही है।
कांवड़ मार्गो पर सादे कपड़ों में महिला पुलिस कर्मियों की डयूटी रहेगी।
खोया-पाया केन्द्र हर जगह बनेंगे, ताकि बच्चे/व्यक्ति/वस्तु के खोने पर श्रद्धालुओं की मदद की जा सके।
असामाजिक तत्व, अफवाह फैलाने वाले, साम्प्रदायिक तथा धार्मिक उन्माद फैलाने वालो की गतिविधियो पर नजर रहेगी।